लाहौर। पाकिस्तान समेत पूरी दुनिया को हिला देनेवाले जैनब बलात्कार केस में आखिरकार दोषी को सजा मिल गई। सात साल की बच्ची जैनब से बलात्कार कर उसका मर्डर करनेवाले शख्स इमरान अली (24 साल) को फांसी दे दी गई है। मामले पर पाकिस्तान ने सिर्फ 9 महीने में कड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है। अली को लाहौर की कोट लखपत जेल में बुधवार सुबह 5.30 बजे फांसी दी गई। फांसी के वक्त वहां मजिस्ट्रेट आदिल सरवार के अलावा जैनब के पिता भी थे। अली के परिवार के कुछ लोगों को भी उसकी करतूत के लिए मिली सजा देखने के लिए बुलाया गया था। फांसी से पहले प्रशासन ने अली को 45 मिनट का वक्त दिया था, जिसमें वह अपने परिवार से मिला और उनसे बातें की। बता दें कि अली को इसी साल 23 जनवरी को पकड़ा गया था।
फांसी दिए जाने के बाद जैनब के पिता अमीन अंसारी ने मीडिया से कहा कि वह संतुष्ट हैं। उन्होंने कहा, ‘मैंने अपनी आंखों से उसका अंत होते हुए देखा। उसे फांसी दे दी गई और उसका शव आंधे घंटे तक लटका रहा।’ दरिंदे अली ने एक नहीं बल्कि 9 लड़कियों को अपना शिकार बनाने की बात खुद कबूली थी। इनमें से एक 7 साल की जैनब भी थी। उसका शव 9 जनवरी को एक कूड़ेघर के पास से मिला था। अली ने उस मासूम को उसकी आंटी के घर से उठा लिया और फिर रेप करने के बाद गला घोंट कर मार दिया था। जैनब का यह मामला सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय स्तर पर लोगों में गुस्सा देखा जा सकता था। डीएनए रिपोर्ट से रेप में अली के होने का पता लगा था।