नई दिल्ली। विरासत की राजनीति पर सत्ता पक्ष तथा विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप के बीच केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शनिवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण के बहाने कांग्रेस को निशाने पर लिया। इंडिया आइडियाज कॉन्क्लेव को संबोधित करते हुए जेटली ने कहा कि पंडित जवाहरलाल नेहरू की राजनीतिक विरासत का दावा करने वाले लोगों की रुचि अगर पढ़ने-लिखने में होगी, तो उन्होंने वाजपेयी के उस भाषण की पंक्तियों को जरूर पढ़ा होगा, जो उन्होंने संसद में मई 1964 में पूर्व प्रधानमंत्री नेहरू जी को श्रद्धांजलि देने के दौरान दिया था।
जेटली ने कहा, ‘मेरे हिसाब से उनका (अटल बिहारी वाजपेयी) संसद में नेहरू पर दिया गया सबसे बेहतरीन भाषण था। उस वक्त वाजपेयी मात्र 38 साल के थे और जनसंघ के सांसद थे। मेरे विचार से आजाद भारत में उस तरह का भाषण शायद ही सुनने को मिला हो।’ उल्लेखनीय है कि पिछले दिनों आजाद हिंद फौज के स्थापना दिवस के 75वें साल पर आयोजित एक कार्यक्रम में पीएम नरेंद्र मोदी ने अपने संबोधन में कांग्रेस के ऊपर नेताजी और सरदार पटेल जैसी विभूतियों को भुलाने का आरोप लगाया था, जिसपर कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा था कि विरासत विहीन बीजेपी जल बिन मछली जैसे तड़प रही है। कांग्रेस ने कहा कि बीजेपी का आजादी के आंदोलन में कोई योगदान नहीं रहा, इसलिए वह विरासत हथिया रही है। कांग्रेस ने पिछली सरकारों में नेताजी के सम्मान में किए गए कामों को गिनाते हुए पीएम मोदी को इतिहास पढ़ने की सलाह दी।
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