बेंगलुरु/नई दिल्ली। कांग्रेस नेता शशि थरूर कभी अपनी विशिष्ट अंग्रेजी तो कभी तीखे बयानों के चलते चर्चा में बने रहते हैं। इन दिनों अपनी नई किताब ‘द पैराडॉक्सिकल प्राइम मिनिस्टर’ को लेकर सुर्खियां बटोर रहे कांग्रेस नेता ने इसी संदर्भ में एक टिप्पणी की है। थरूर ने कहा कि जिस पत्रकार का उन्होंने किताब में संदर्भ दिया है, उनसे एक अनाम आरएसएस सूत्र ने कहा था कि पीएम नरेंद्र मोदी शिवलिंग पर बैठे बिच्छू की तरह हैं। थरूर के इस बयान पर बीजेपी ने तीखी प्रतिक्रिया दी है और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग की है।
केंद्रीय मंत्री और सीनियर बीजेपी लीडर रविशंकर प्रसाद ने कहा कि खुद को ‘शिवभक्त’ कहने वाले राहुल गांधी को थरूर की इस टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए। प्रसाद ने कहा, ‘एक तरफ राहुल गांधी खुद को शिवभक्त होने का दावा करते हैं, दूसरी तरफ उनके छोटे नेता चप्पल से हमले का जिक्र कर एक तरह से शिव लिंग की पवित्रता और भगवान महादेव का अपमान करते हैं।’ कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी से माफी की मांग करते हुए प्रसाद ने कहा, ‘राहुल गांधी, आप खुद को शिव भक्त बताते हैं, थरूर के भगवान महादेव की इस काफी भयावह निंदा के जवाब में माफी मांगिए।’
अपने लेखन व किताबों को लेकर बेंगलुरु लिट फेस्ट में हिस्सा लेने गए शशि थरूर ने यहां अपनी किताब से कुछ पन्ने भी पढ़े। उन्होंने कहा, ‘एक असाधारण रूपक है जिसका जिक्र आरएसएस के अनाम सूत्र ने एक जर्नलिस्ट से किया था। मैंने उसका संदर्भ अपनी किताब में दिया है।’ थरूर ने कहा, ‘उसने कहा था कि मोदी शिवलिंग पर बैठे उस बिच्छू की तरह हैं, जिसे आप हाथ से हटा नहीं सकते और चप्पल से मार भी नहीं सकते।’ थरूर पहले भी पीएम पर तीखे हमले बोलते रहे हैं। बीते दिनों थरूर ने सवाल खड़े करते हुए कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी पूर्वोत्तर की ‘अजीब’ और ‘हास्यास्पद’ टोपी पहन लेते हैं पर मुस्लिम टोपी पहनने से इनकार कर देते हैं। बीजेपी ने उनकी टिप्पणी को पूर्वोत्तर के लोगों का अपमान बताया था। इसी साल अगस्त में थरूर ने कहा था कि 2019 में बीजेपी जीती तो भारत ‘हिंदू पाकिस्तान’ बन जाएगा। तिरुवनंतपुरम में एक कार्यक्रम में थरूर ने कहा था कि अगर भारतीय जनता पार्टी 2019 के लोकसभा चुनाव में जीतती है तो वह ‘हिंदू पाकिस्तान’ बनने जैसे हालात पैदा करेगी। उन्होंने कहा था बीजेपी नया संविधान लिखेगी जो भारत को पाकिस्तान जैसे मुल्क में बदलने का रास्ता साफ करेगा, जहां अल्पसंख्यकों के अधिकारों का कोई सम्मान नहीं होगा। बीते दिनों राम मंदिर मुद्दे को लेकर भी शशि थरूर ने कहा था कि कोई भी अच्छा व्यक्ति दूसरों के ढहाए गए पूजा स्थल पर राम मंदिर का निर्माण नहीं चाहेगा इसलिए अच्छा हिंदू विवादित स्थान पर राम मंदिर नहीं चाहता।
