नई दिल्ली। भारत और चीन के बीच हुए चर्चित डोकलाम विवाद के एक साल बाद गुरुवार को पहली बार दोनों देशों के रक्षा मंत्रियों ने नई दिल्ली में बैठक की। बैठक में भाग लेने के लिए दिल्ली पहुंचे चीनी रक्षा मंत्री वेई फेंगे को दिल्ली में गॉर्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसके बात रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और चीनी रक्षा मंत्री के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तर की वार्ता शुरू हुई। नई दिल्ली में आयोजित इस बैठक में थल सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, वायुसेना प्रमुख बीएस धनोआ और नौसेना प्रमुख एडमिरल सुनील लांबा ने भी भाग लिया। खबरों की मानें तो इस साल अक्टूबर में भी ऐसी ही एक उच्चस्तरीय बैठक चीन में आयोजित की जा सकती है। हालांकि इसकी तारीख को लेकर अभी कोई खुलासा नहीं हुआ है।
इसी साल के अंत में भारत और चीन की सेनाओं का संयुक्त युद्धाभ्यास भी प्रस्तावित है। इससे पहले चीन के रक्षा मंत्री जनरल वेई फेंगे ने मंगलवार को पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। उन्होंने कहा कि चीन और भारत के बीच सीमा विवाद का मुद्दा संवेदनशील है, लेकिन परिपक्व सोच और समझ के जरिए हम विवादित मुद्दों को सुलझा सकते हैं। आपको बता दें कि वुहान शिखर सम्मेलन के बाद दोनों पक्ष हॉटलाइन गठित करने के बहुप्रतीक्षित प्रस्ताव पर सहमत हुए थे ताकि विवादित सीमा के पास झगड़ों से बचा जा सके। लेकिन प्रोटोकॉल और हॉटलाइन के तकनीकी पहलुओं से जुड़े मुद्दों पर विवाद उभरने के बाद इसमें गतिरोध आ गया था।