लखनऊ। केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने केन्द्रीय बलों के पराक्रम की सराहना करते हुए कहा है कि वह दिन दूर नहीं जब देश से नक्सलवाद और माओवादका सफाया हो जाएगा। राजनाथ ने कहा कि पहले देश के 126 जिलों में नक्सलवाद था, वह अब सिमट कर 10-12 जिलों में रह गया है। इससे साफ पता चलता है कि सुरक्षाबलों के आगे नक्सली दम तोड़ रहे हैं। यूपी की राजधानी लखनऊ के बिजनौर स्थित शिविर में त्वरित कार्य बल (आरएएफ) के 26वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में गृहमंत्री ने कहा, ‘वह दिन दूर नहीं जब केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और आरएएफ के पराक्रम के बलबूते पूरे देश से नक्सलवाद और माओवाद का सफाया हो जाएगा।’
उन्होंने कहा, ‘इन केंद्रीय बलों ने दूसरे राज्यों की पुलिस के साथ समन्वय करके हिन्दुस्तान की जनता के मन में भरोसा कायम किया है। जहां नक्सलवाद था और जहां विकास की किरण नहीं पहुंच पाई थी। वहां इन बलों ने नक्सलवादियों के मजबूत ठिकानों को खत्म किया है और वहां विकास कार्य शुरू हुए हैं।’ राजनाथ सिंह ने कहा, ‘पहले शहीद जवानों के परिवारों को 45 लाख रुपये मिलता था, लेकिन जबसे हमारी सरकार आई है, हमने सुनिश्चित किया कि उन्हें 1 करोड़ रुपये से कम न दिया जाए। हालांकि, मुझे विश्वास है कि जीवन की कीमत जितना किसी भी राशि से मुआवजा नहीं दिया जा सकता।’ उन्होंने कहा कि जब असम में एनआरसी को लेकर आंदोलन हो रहा था, तब वहां सीआरपीएफ को बुलाने की मांग की गई थी। केरल में बाढ़ के वक्त भी सीआरपीएफ को बुलाने की मांग उठी थी।