नई दिल्ली। भारत और वेस्ट इंडीज के बीच खेली जा रही पांच वनडे मैचों की सीरीज के पहले मैच में भारत ने जिस तरह जीत हासिल की उसके बाद मेहमान टीम के हौसले जरूर पस्त होंगे। भारतीय टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावसकर का कहना है कि कैरेबियाई टीम सोच रही होगी कि आखिर भारतीय टीम को कैसे शिकस्त दी जाए। टाइम्स ऑफ इंडिया में लिखे अपने कॉलम में गावसकर ने लिखा, ‘वेस्ट इंडीज ने पहले वनडे में अच्छा स्कोर बनाया लेकिन उनकी सामान्य गेंदबाजी और गुवाहाटी की बल्लेबाजों के लिए मददगार पिच पर भारत ने सिर्फ दो विकेट खोकर 42.1 ओवर में यह लक्ष्य हासिल कर लिया। वैसे भी जब विराट कोहली और रोहित शर्मा अच्छी बल्लेबाजी कर रहे हों तो किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के लिए उन्हें रोक पाना आसान नहीं होता।’
गावसकर ने वेस्ट इंडीज के बल्लेबाजों को ही दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि इस परिस्थिति के लिए वेस्ट इंडीज के बल्लेबाज खुद ही जिम्मेदार हैं। उन्होंने पहले वनडे में गैरजरूरी शॉट्स खेले जिससे उनकी टीम को नुकसान पहुंचा। उन्होंने कहा कि अतिरिक्त 20-30 से जरूर कुछ अंतर पड़ता। गावसकर ने लिखा कि कायरन पॉवेल ने अर्धशतक बनाने के बाद अपना विकेट गंवा दिया। वहीं शाई होप और रोवमैन पॉवेल भी खराब शॉट खेलकर आउट हुए। अगर उन्होंने स्कोरकार्ड को देखा होता तो उन्हें अहसास होता कि अभी कई ओवर्स बचे हैं और फिर वे ऐसे खराब शॉट्स नहीं खेलते। गावसकर ने कैरेबियाई बल्लेबाजों को रोहित और खास तौर पर विराट कोहली से सबक लेने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि विराट कने अपा पहला हवाई शॉट शतक पूरा होने के बाद खेला। दोनों बल्लेबाजों ने अपनी पारी को बहुत अच्छे तरीके से सेट किया। हालांकि उन्होंने भारतीय फील्डिंग को लेकर कुछ सवाल उठाए। उनका मानना है कि टीम इंडिया को इस क्षेत्र में काम करने की जरूरत है।
विशाखापत्तनम की पिच के बारे में टीम इंडिया के पूर्व सलामी बल्लेबाजी दिग्गज का मानना है कि यह स्पिनर्स के लिए काफी मददगार होती है ऐसे में यहां शायद गुवाहाटी की तरह खुलकर रन बनाना आसान नहीं होगा। उन्होंने इस मैच में कुलदीप को शामिल किए जाने की भी बात की। आखिर टेस्ट सीरीज में चाइनामैन बोलर ने हेटमेयर को तीन बार आउट किया था।