बेंगलुरु। कांग्रेस अध्यतक्ष राहुल गांधी शनिवार को यहां हिन्दुकस्ता्न एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के कर्मचारियों से मिलना चाहते थे, लेकिन कंपनी ने अपने कर्मचारियों को ऐसा करने से रोक दिया है। कंपनी ने अपने कर्मचारियों से साफ कहा कि वे नेताओं से न मिलें, अन्यकथा इसके गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। इस चेतावनी के बाद एचएएल कर्मियों के राहुल गांधी से मिलने की संभावना क्षीण हो गई है।
कांग्रेस अध्यकक्ष अब केवल कुछ ही एचएएल कर्मचारियों से मिल पाएंगे। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेताओं को राहुल की सभा में एचएएल कर्मारियों को लाने में खासी मशक्कैत करनी पड़ रही है। शानिवार अपराह्न करीब 3.30 बजे कब्बान पार्क में उनकी एचएएल कर्मियों के साथ मीटिंग होनी है, जिसके लिए 100 लोगों को जुटाना भी कांग्रेस के लिए मुश्किल हो रहा है। बताया जा रहा है इस दौरान राहुल से मिलने के लिए पहुंचने वाले एचएएल कर्मियों में अधिकांश रिटायर्ड लोग होंगे, जबकि कुछ ही ऐसे लोग होंगे, जो अभी कंपनी में कार्यरत हैं। राहुल गांधी के बेंगलुरु दौरे का उद्देश्यो इसे लेकर लोगों में जागरूकता पैदा करना है कि सरकार करोड़ों रुपये के सौदों के क्रम में एचएएल जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनियों के मुकाबले निजी क्षेत्र की कंपनियों को तरजीह क्योंए दे रही है? पहले कांग्रेस ने कहा था कि राहुल गांधी और पार्टी के प्रदेश स्तीर के नेता कांग्रेस कार्यालय से एचएएल के ऑफिस तक पदयात्रा निकालेंगे। लेकिन इसे अब रद्द कर दिया गया है। एचएएल ने इस संबंध में जारी एक बयान में कहा है कि वह नहीं चाहती कि इसके कर्मचारी किसी विवाद में फंसें। वहीं, कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्य क्ष बीएल शंकर ने कहा कि इसमें राहुल गांधी की एचएएल कर्मियों से मुलाकात जैसा कुछ नहीं है, बल्कि यह देश में एचएएल के योगदान से संबंधित है और कोई भी इसमें हिस्सा ले सकता है, चाहे वह कंपनी का मौजूदा कर्मी हो या रिटायर्ड स्टाीफ या फिर आम लोग।