अलीगढ़। आंतकी मन्नान वानी के एनकाउंटर के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी(एएमयू) में आयोजित शोक सभा पर यूनिवर्सिटी में विवाद बढ़ता जा रहा है। मंगलवार को एएमयू में एल्युमिनाई मीट के दौरान कश्मीरी छात्रों ने मूक प्रदर्शन किया। छात्रों ने शोक सभा आयोजित करने के आरोप में सस्पेंड किए गए छात्रों पर की गई कार्रवाई वापस लेने की मांग की। कश्मीरी छात्र हाथों में पोस्टर बैनर लेकर यूनिवर्सिटी परिसर में ही बैठ गए। बता दें कि सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में कुपवाड़ा के हंदवाड़ा में 10 अक्टूबर को मन्नान सहित तीन आतंकियों को एनकाउंटर में मार गिराया था। मन्नान वानी एएमयू का स्कॉलर रह चुका था और पढ़ाई के दौरान ही वह आतंकवादी संगठन हिज्बुल मुजाहिदीन में शामिल हो गया था। वानी के मारे जाने की खबर के बाद अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के केनेडी हॉल में लगभग 15 छात्र एकत्र हुए थे। उन्होंने वानी के लिए यहां नमाज पढ़नी शुरू की थी।
मन्नान के लिए यूनिवर्सिटी में नमाज-ए-जनाजा आयोजित करने के मामले में यूनिवर्सिटी ने सख्त कदम उठाते हुए नौ छात्रों के खिलाफ कार्रवाई की थी। तीन छात्रों के खिलाफ केस दर्ज कराते हुए उन्हें सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं अन्य छात्रों से स्पष्टीकरण मांगा गया है। यूनिवर्सिटी के कैनेडी हॉल के अंदर एल्युमिनाई मीट का कार्यक्रम चल रहा है जबकि बाहर कश्मीरी छात्रों का प्रदर्शन जारी है। हाथों में पोस्टर और बैनर लेकर छात्र मूक प्रदर्शन कर रहे हैं। यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मौके पर भारी पुलिस फोर्स बुलाई है। एलआईयू भी लगाई गई है। छात्रों का कहना है कि वे एलुमनाई मीट में आने वाले पूर्व छात्रों का अपने मुंह पर काली पट्टी बांधकर स्वागत करेंगे। प्रदर्शन कर रहे कश्मीरी छात्रों ने कहा कि वह पूर्व छात्रों से बात नहीं करेंगे बल्कि उन्होंने जो पोस्टर बैनर बनाए हैं, उनके जरिए वे अपनी बात रखेंगे।