आज विधानसभा में सदन के अन्दर सिर्फ माननीय महिला मंत्री और सभी दलों की विधायिका ही अपनी बात कहेंगी, यानि सिर्फ महिलाओं को ही बोलने का अवसर दिया जा रहा है।
नारी सशक्तीकरण का ये बहुत बड़ा उदाहरण बनेगा।
निडर हुई महिलाएँ अब,
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है योगी की सरकार
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यू०पी० में इस बार हुआ है,
पहली- पहली बार ।
बस महिलाएँ ही बोलेंगी,
सदन में अबकी बार ।
बाईस सितम्बर बाईस का दिन,
बनेगा एक इतिहास ।
सँविधान पर होगा अब हर,
महिला को विश्वास |
बदल रहा है युग लगता है .
बदलेगा संसार ।
निडर हुई महिलाएँ अब है,
योगी की सरकार ……….
माँ-बहनें पत्नी और बेटी,
सबके घर में होती हैं।
पिता-भाई पति-बच्चों की,
खुशियों के स्वप्न संजोती हैं ।
महिलाएँ ममता का सागर,
खुशियों का संसार ।
निडर हुई महिलाएँ अब है,
योगी की सरकार………….
सदन के अन्दर महिलाओं की
संख्या भी थी कम ।
योगी की सरकार में महिला
नहीं किसी से कम ।
बस महिलाएँ ही बोलेंगी,
सदन में अब इस बार ।
निडर हुई महिलाएँ अब है,
योगी की सरकार………..
अब विधायिकाओं की संख्या
सदन में सैंतालीस ।
देश हुआ आजाद था तब सन
भी तो सैंतालीस ।
महिलाओं को समय मिलेगा,
सदन में खूब इस बार ।
निडर हुई महिलाएँ अब है,
योगी की सरकार………….
यू० पी० में इस बार हुआ है, पहली- पहली बार ।
निडर हुई महिलाएँ अब है,
योगी की सरकार…………
सुफलता त्रिपाठी
( कवयित्री )
विधानभवन