अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने कहा कि उनकी सरकार एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम को संशोधित कर रही है, जिससे कि पाठ्यपुस्तकों में भारतीय इतिहास भी शामिल किया जा सके। त्रिपुरा विश्वविद्यालय के स्थापना दिवस के मौके पर बिप्लब ने कहा, ‘इन दिनों पाठ्यपुस्तकों में भारतीय इतिहास को ढूंढना बहुत मुश्किल है। किताबों में स्टालिन, लेनिन और रूसी क्रांति आदि हैं और मुझे इसके साथ कोई समस्या नहीं है लेकिन गांधी भी वहां रहने चाहिए।’ उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को संशोधित करके 2019 तक नया पाठ्यक्रम लागू करने का फैसला किया है। आपको बता दें कि इससे पहले जून में त्रिपुरा के शिक्षा मंत्री रतन लाल नाथ ने शिक्षा के लिहाज से त्रिपुरा को पिछड़ा हुआ बताया था। रतनलाल ने कहा था, ‘मौजूदा स्थिति में सुधार के लिए राज्य की बीजेपी औप आईपीएफटी सरकार पहली से आठवीं कक्षा तक के लिए एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू कराएगी।’ त्रिपुरा के शिक्षा मंत्री के अलावा वहां के राज्यपाल तथागत रॉय भी इतिहास की किताबों के पाठ्यक्रम पर सवाल खड़े कर चुके हैं।
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