वाशिंगटन। अमेरिका ने रूस को लेकर बड़ा एक्शन लिया है। गुरुवार को दस रूसी राजनयिक को देश से बाहर निकाल दिया। इसके अलावा कई कंपनियों पर प्रतिबंध लगा दिया। इन कंपनियों की संख्या दो दर्जन से ज्यादा है। असल में अमेरिका ने पिछले साल हुए राष्ट्रपति चुनावों में हस्तक्षेप करने तथा संघीय एजेंसियों में सेंधमारी करने के लिए रूस को जवाबदेह ठहराने की दिशा में कार्रवाई की है। चुनाव में हस्तक्षेप और हैकिंग को लेकर रूस के खिलाफ पहली बार अमेरिका ने प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है। रूसी सेंधमारों ने व्यापक रूप से इस्तेमाल होने वाले सॉफ्टवेयर में सेंधमारी की थी। अमेरिकी अधिकारियों ने पिछले महीने आरोप लगाया था कि रूस के राष्ट्रपति व्लादीमीर पुतिन ने पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए एक अभियान की मंजूरी दी थी ताकि ट्रंप पुन: राष्ट्रपति बन सकें, लेकिन इस बात का कोई सबूत नहीं है कि रूस या किसी अन्य ने मतों में या परिणामों में हेरफेर की। गुरुवार को घोषित प्रतिबंधों में छह रूसी कंपनियों पर पाबंदियां शामिल हैं जो देश की साइबर गतिविधियों में मदद करती हैं। व्हाइट हाउस की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक राष्ट्रपति बाइडेन ने रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को मंगलवार को फोन कर अमेरिका की ओर से उठाए गए कदमों की जानकारी दी थी।
