हैमिल्टन, २३ जनवरी।
लगातार गिरती अर्थव्यवस्था और बढ़ती मंदी का खतरा सामने हैं। ऐसे में आगामी संसद सत्र में लिबरल कैबिनेट का क्या रूख होना चाहिए इन्ही मुद्दों पर चर्चा के लिए केंद्रिय कैबिनेट तीन दिवसीय रिट्रीट का आयोजन कर रही है। हैमिल्टन के होटल में प्रधान मंत्री जस्टिन ट्रूडो और उनके मंत्री अगले तीन दिन इस बात की चर्चा में बिताएंगे कि आने वाले हफ्तों और महीनों में उनकी नीतिगत रणनीति क्या होनी चाहिए।
पिछले हफ्ते एक लिखित बयान में ट्रूडो ने कहा था कि रिट्रीट में मंत्रियों को जीवन को और अधिक किफायती बनाने के तरीकों पर ध्यान देना होगा, और कैनेडियन श्रमिकों और व्यवसायों के लिए नए अवसरों की तलाश करनी होगी।
इस बार संसद सत्र में जमकर हंगामा होने के आसार हैं क्योंकि कैनेडियन नागरिक एक वर्ष से अधिक समय से बढ़ी हुई मुद्रास्फीति के बीच वित्तीय संकट से गुजर रहे हैं और अब लोगों को मंदी का डर भी सता रहा है। इसको लेकर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी कर चुका है।
इससे पहले सितंबर में वैंकूवर में पिछली लिबरल कैबिनेट रिट्रीट में भी अफोर्डेबिलिटी सबसे ऊपर थी। सरकार ने जीएसटी छूट में अस्थायी बढ़ोतरी और किराएदारों के लिए संघीय आवास लाभ सहित कुछ सहायता की थी। पिछले मार्च में एनडीपी और लिबरल के समझौते के हिस्से के रूप में छोटे बच्चों के लिए एक दंत चिकित्सा देखभाल पैकेज की भी घोषणा हुई है। साथ ही कम और मध्यम आय वाले श्रमिकों को कैनेडा वर्कर्स बेनिफिट में समायोजन के साथ त्रैमासिक धन देने और संघीय छात्र ऋण पर ब्याज को स्थायी रूप से समाप्त करने में मदद करने का वादा किया गया है। इनकों हथियार बना सरकार अपना बचाव कर सकती है।