वॉशिंगटन,22 अगस्त। अमेरिकी विदेश विभाग इस महीने एक नए साइबर हमले की चपेट में आया था। स्थानीय मीडिया रिपोर्टों ने शनिवार को बताया कि इसकी जानकारी रक्षा साइबर कमांड विभाग द्वारा दी गई है। न्यूज की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि इस हमले के पीछे किसका हाथ है, यह फिलहाल साफ नहीं है।विभाग के एक प्रवक्ता ने बताया, ‘विभाग अपनी जानकारी की सुरक्षा की अपनी जिम्मेदारी को गंभीरता से लेता है और सूचना की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए हमेशा जरूरी कदम उठाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि सुरक्षा कारणों की वजह से हम इस समय किसी भी कथित साइबर घटना या उसके दायरे पर चर्चा करने की स्थिति में नहीं हैं।’
अभी यह नहीं कहा जा सकता कि इस उल्लंघन से किसी विभाग का काम प्रभावित हुआ है या नहीं। हालांकि, सीनेट होमलैंड सुरक्षा समिति की एक रिपोर्ट में अधिकांश कार्य क्षेत्रों में विभाग की सुरक्षा अप्रभावी पाई गई और इस तथ्य पर प्रकाश डाला गया कि संवेदनशील राष्ट्रीय सुरक्षा जानकारी खतरे में थी। रिपोर्ट में जिन संवेदनशील सूचनाओं का जिक्र किया गया है उनमें पासपोर्ट की जांच के लिए इस्तेमाल किए गए नाम, जन्मतिथि और सामाजिक सुरक्षा नंबर शामिल हैं। अफगानिस्तान से अमेरिकियों और अफगानों को निकालने के अमेरिका के प्रयासों से परिचित एक सूत्र ने बताया कि ऑपरेशन सहयोगी शरणार्थी प्रभावित नहीं हुआ है। समिति ने कहा, ‘आडिटर्स ने संवेदनशील सूचनाओं के राज्य की सुरक्षा से संबंधित कमजोरियों की पहचान की और कहा, ‘विभाग के पास ‘इफेक्टिव डेटा प्रोटेक्शन एंड प्राइवेसी प्रोग्राम नहीं था।’
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