ओटावा,०४ अक्टूबर। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने कहा है कि उनका देश भारत के साथ विवाद नहीं बढ़ाना चाहता है और वह नई दिल्ली के साथ जिम्मेदारीपूर्वक और रचनात्मक तरीके से जुड़ा रहना चाहता है। ट्रूडो ने कहा कि हम कैनेडा के परिवारों की मदद के लिए भारत में मौजूदगी चाहते हैं।
आपको बता दें कि भारत ने कैनेडा सरकार को अपने ४१ राजनयिकों को दस अक्तूबर तक वापस बुलाने को कहा है। भारत ने स्पष्ट कहा है कि दस अक्तूबर के बाद भी अगर ये राजनयिक भारत में रहते हैं तो इनकी राजनयिक छूट भी समाप्त कर दी जाएगी।
एक रिपोर्ट के हवाले से ये पता लगा है कि भारत में कैनेडा के राजनयिकों की संख्या ६२ है, जिसे मोदी सरकार ने घटाकर २१ करने के लिए कहा है।
दरअसल इस बारे में संकेत तो २१ सितंबर को ही मिल गए थे, जब भारत के विदेश मंत्रालय की एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि भारत में कैनेडा के राजनयिकों की संख्या बहुत ज्यादा है, जबकि कैनेडा में भारत के राजनयिकों की संख्या कम है। इसे कम करने की आवश्यकता है।
