वाशिंगटन,१८ सितंबर। अमेरिका में अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव के लिए सरगर्मियां तेज़ हो गई हैं। रिपब्लिकन पार्टी की तरफ से भारतीय मूल के विवेक रामास्वामी प्रत्याशी बनने की दौड़ में शामिल हैं। इसके लिए वह लगातार प्रचार में जुटे हुए हैं।
अपने प्रचार अभियान के दौरान विवेक ने रविवार को एच-१बी वीजा के मुद्दे पर अहम बयान दिया। उन्होंने कहा- मैं अगर प्रेसिडेंट बनता हूं कि इस वीजा को खत्म करने एक नया वीजा सिस्टम लॉन्च करूंगा। एच-१बी सिस्टम एक तरह से ‘कॉन्ट्रैक्ट लेबर’ या बंधुआ मजदूरी और गुलामी का प्रतीक है।
विवेक ने आगे कहा- एच-१बी वीजा के तहत जो फैमिली मेंबर्स यहां आते हैं, उनका कोई मैरिट बेस नहीं होता और न ही वो अमेरिका के विकास में कोई मदद करते हैं।
खास बात यह है कि खुद विवेक ने २०१८ से २०२३ तक इसी वीजा कैटेगरी का इस्तेमाल २९ बार किया है। ऐसे में इस कैटेगरी को खत्म करने का वादा करके उन्होंने नई बहस को जन्म दे दिया है।
आपको बता दें कि यह वीजा सिस्टम भारतीय आईटी प्रोफेशनल्स के बीच बहुत लोकप्रिय है। भारत के अलावा चीन के लोग भी एच-१बी वीजा कैटेगरी का बहुत इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, एप्लीकेशन और ग्रांट के मामले में चीनी अब भारतीयों से पीछे रह गए हैं।
