शरद यादव: मंडल के पितामह! – हरिशंकर व्यास
ओह! शरद यादव नहीं रहे। मुझे तो उनसे मिलना था! कई बार सोचा लुटियन दिल्ली छोड़ कर शरदजी छतरपुर के नए घर शिफ्ट हुए हैं तो उनसे जा कर मिलना है। जीवन के उत्तरार्ध की उनकी शारीरिक-सियासी सेहत की खोज-खबर

ओह! शरद यादव नहीं रहे। मुझे तो उनसे मिलना था! कई बार सोचा लुटियन दिल्ली छोड़ कर शरदजी छतरपुर के नए घर शिफ्ट हुए हैं तो उनसे जा कर मिलना है। जीवन के उत्तरार्ध की उनकी शारीरिक-सियासी सेहत की खोज-खबर