नई दिल्ली, ०९ मई । दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के महासचिव सरदार जगदीप सिंह काहलों ने कहा कि वर्तमान समय में सिख समुदाय की प्रगति के लिए कलम के साथ जुडऩे की आवश्यकता है। सिख कौम के महान जनरल बाबा जस्सा सिंह रामगढिय़ा की तीसरी जन्म शताब्दी को समर्पित सरदार जगदीप सिंह काहलों ने सिख समुदाय के महान सेनापति बाबा जस्सा सिंह रामगढिय़ा की तीसरी जन्म शताब्दी को समर्पित कुरुक्षेत्र में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि महाराजा रणजीत सिंह जी और बाबा बंदा सिंह बहादुर जी ने शस्त्रों के साथ सिख राज स्थापित किया था लेकिन वर्तमान समय कलम उठाने का है। सिख कौम में अभिभावकों को चाहिए कि अपने बच्चों को अधिक से अधिक शिक्षा प्रदान करें ताकि वह आई.ए.एस, आई.पी.एस व सेना के उच्च पदों पर पहुंचने के काबिल बनें। उच्च पदों पर सिखों की संख्या में विस्तार करना जरूरी है। सिख कौम की सभी संस्थाओं को भी अपने सभी स्रोत कौम के उन काबिल बच्चों पर खर्च करने चाहिए ताकि वह विभिन्न क्षेत्रों में अच्छे अहुदे हासिल कर सकें । सिख कौम की बेहतरी के लिए यह अति आवश्यक है। सिख इतिहास के बारे में बात करते हुए सरदार जगदीप सिंह काहलों ने कहा कि दिल्ली के मोरी गेट और तीस हजारी कोर्ट के बारे में सभी जानते हैं, लेकिन सिखों के साथ इसके संबंध के बारे में कोई नहीं जानता था। दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के विशेष प्रयासों के चलते लोगों को पता चला है कि मोरी गेट और तीस हजारी कोर्ट का इतिहास बाबा बघेल सिंह, बाबा जस्सा सिंह अहलूवालिया व बाबा जस्सा सिंह रामगढिय़ा से जुड़ा हुआ है। जिन्होंने हिंदुस्तान पर कहर ढहाने वाले मुगल शासन को न केवल पराजित किया बल्कि उसी लाल किले पर केसरी निशान फहराया जहां से गुरु तेग बहादुर जी को शहीद करने का आदेश दिया गया था। इन महान सेनापतियों ने मुगल तख्त-ए-ताउस को श्री अकाल तख्त साहिब के चरणों में अर्पित किया और आज भी वह मुगल तख्त बुंगा रामगढिय़ा में मौजूद है।
उन्होंने कहा कि हमें अपने गौरवशाली इतिहास को संरक्षित करने व इसे घर-घर तक पहुंचाने की जरूरत है तभी सिख कौम की तरक्की संभव है। अपने इतिहास को संरक्षित करने के लिए कौम को एक साथ मिलकर प्रयास करना चाहिए। इस मौके पर उन्होंने प्रीतपाल सिंह, गुरभेज सिंह सहित समूची टीम को बधाई दी जिन्होंने कार्यक्रम को आयोजित करने का प्रयास किया तथा बड़ी संख्या में संगत की मौजूदगी प्रमाण है कि सिख कौम को अपने महान जनरलों के प्रति कितना प्रेम व सम्मान है। इस दौरान सरदार काहलों ने सिंह साहिब ज्ञानी रघुवीर सिंह जी, संत बाबा जोगा सिंह जी, संत बाबा नरिंदर सिंह, बाबा बलबीर सिंह बुड्ढा दल व अन्य महापुरूषों का समारोह में शामिल होने पर स्वागत किया। कार्यक्रम में अन्यों के अलावा डॉ. जसपाल सिंह पूर्व कुलपति व तरलोचन सिंह पूर्व सांसद, दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के सदस्य हरजीत सिंह पप्पा, कंवलजीत सिंह जौली, कंवलजीत सिंह अजराना, रविंदर कौर अजराना कार्यकारी सदस्य हरियाणा कमेटी व भूपिंदर सिंह असंध मौजूद रहे।
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