बेरहामपुर, २८ फरवरी। भारत-बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात बीएसएफ जवानों पर १०० से अधिक बांग्लादेशी बदमाशों और ग्रामीणों द्वारा हमला किया गया। इस घटना में २ जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। बताया जा रहा है कि बांग्लादेशी किसान अपने मवेशियों को चराने के लिए भारतीय सीमा में दाखिल होने की कोशिश कर रहे थे। बीएसएफ ने एक बयान में कहा कि यह घटना निर्मलचर सीमा चौकी के पास उस समय हुई जब ३५वीं बटालियन के दो जवान गश्त कर रहे थे।
बीएसएफ अधिकारियों के अनुसार, भारतीय किसानों ने शिकायत की थी कि बांग्लादेश के किसान कथित तौर पर मवेशियों को चराने के लिए उनके खेतों में घुस जाते हैं और जानबूझकर उनकी फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। बीएसएफ के जवानों ने किसानों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सीमा के पास अस्थायी रूप से एक चौकी स्थापित की थी।
रविवार को जब क्षेत्र में गश्त कर रहे दो जवानों ने बांग्लादेशी किसानों को अपने मवेशियों को सीमा पार लाने से रोकने की कोशिश की तो दर्जनों बदमाशों ने उन पर लाठी-डंडों और तेज धार वाले औजारों से हमला कर दिया, जो मुख्य रूप से खेती में काम आते हैं। बयान में कहा गया है, हमले में दो जवान गंभीर रूप से घायल हो गए। बदमाश उनके हथियार छीनने के बाद बांग्लादेश भाग गए।
सूचना मिलने पर और सुरक्षाकर्मी मौके पर पहुंचे और दोनों जवानों को नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। उधर, बीएसएफ ने इस मुद्दे को बॉर्डर गार्ड्स बांग्लादेश (बीजीबी) के सामने उठाया है और फ्लैग मीटिंग बुलाई है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के अलावा हथियारों की बरामदगी की जा सके।
बयान में कहा गया है, बीएसएफ जवानों पर पहले भी कई बार सुनियोजित तरीके से बदमाशों और उनके साथियों ने हमला किया है, लेकिन फिर भी जवान उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने देते। निर्मलचर का इलाका बहुत मुश्किल है और सुविधाओं के अभाव में भी बीएसएफ जवान दिन-रात सीमा की रखवाली कर रहे हैं। भारतीय किसान बांग्लादेशी ग्रामीणों द्वारा उनकी फसल की चोरी और नुकसान की शिकायत करते रहे हैं और इस बार बीएसएफ ने उनके क्षेत्र में काम करने के दौरान उनकी सुरक्षा के लिए एक अग्रिम चौकी स्थापित की है।
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