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विंडीज को ‘होप’ से आस, टीम इंडिया को मिडल ऑर्डर की चिंता

मुंबई। छह दिन में दो मैचों की टेस्ट सीरीज गंवा देने वाली वेस्टइंडीज टीम ने वनडे मैचों में जबरदस्त पलटवार कर टीम इंडिया को परेशानी में डाल दिया है। तीन मैचों में तीन सेंचुरी जड़ कप्तान विराट कोहली भले ही निजी तौर पर खुश हों लेकिन सीरीज की वर्तमान स्कोरलाइन 1-1 से वह बिल्कुल संतुष्ट नहीं होंगे। विराट ने सीरीज में 404 रन बनाए हैं और इसके आधे रन भी कोई अन्य भारतीय खिलाड़ी इस सीरीज में नहीं बना सका है। बैटिंग के मोर्चे पर कैप्टन कोहली को एक ऐसे खिलाड़ी की तलाश होगी जो लंबी इनिंग्स खेल सके। आज सीरीज का चौथा मैच मुंबई के ब्रेबोर्न स्टेडियम में है और इस मैच को जीतने वाली टीम सीरीज में 2-1 की अजेय बढ़त बना लेगी। ऐसे में टीम इंडिया को आज जरा संभलकर खेलना होगा।
मुंबई वनडे पहले वानखेड़े में होने वाला था लेकिन कुछ विवादों के बाद इसे ब्रेबोर्न में शिफ्ट किया गया है। ब्रेबोर्न 2009 के बाद पहली बार किसी इंटरनैशनल मैच (पुरुषों के) की मेजबानी कर रहा है। 2011 में भारत ने अंतिम बार मुंबई में वनडे मैच जीता था। उम्मीद करनी चाहिए कि मैदान बदलने से भारतीय टीम पिछले सात वर्ष से मुंबई में वनडे मैच न जीत पाने का मिथक तोड़ने में सफल रहेगी और मुंबईकरों को दिवाली का अडवांस गिफ्ट देगी। अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप से भारत को अब 15 वनडे मैच और खेलने हैं लेकिन उसका मिडल ऑर्डर निरंतर अच्छा खेल नहीं दिखा पा रहा। विराट ने सीरीज शुरू होने से पहले कहा था कि अगर अंबाती रायुडू बैटिंग ऑर्डर में नंबर चार पोजिशन पर अच्छा खेल कर टीम में अपनी जगह पक्की कर लेते हैं तो अगले साल होने वाले वर्ल्ड कप से पहले हमारे मिडल ऑर्डर की समस्या का हल हो जाएगा।
कोहली ने यह भी कहा कि नंबर चार पोजिशन के लिए किसी बैट्समैन को ढूंढना टीम के लिए किसी चुनौती की तरह है। अंबाती ने सीरीज में एक हाफ सेंचुरी सहित 58.5 के एवरेज से 117 रन बनाए हैं। अंबाती को अपने प्रदर्शन में निरंतरता बनाए रखनी होगी। करियर की डेब्यू वनडे सीरीज में ऋषभ पंत ने कोई खास कमाल नहीं दिखाया है जबकि महेंद्र सिंह धोनी भी बल्ले से जूझ रहे हैं। टीम को मिडल ऑर्डर में मजबूती चाहिए होगी। सीरीज के अंतिम दो वनडे मैचों के लिए भारतीय टीम में केदार जाधव की वापसी हुई है। विराट से जब पुणे वनडे की हार की वजह पूछी गई तो उन्होंने कहा कि हमारे बल्लेबाज बड़ी पार्टनरशिप नहीं कर सके। इस मौके पर विराट को ऑलराउंडर्स हार्दिक पंड्या और केदार जाधव की याद आई। कोहली ने कहा कि निचले क्रम में जब हमारे पास ये दोनों बल्लेबाज होते हैं, तो टीम को इस तरह के संकट से निकाल लाते हैं। जाधव अगर प्लेइंग इलेवन में शामिल होते हैं तो उन्हें अपना रंग जमाते हुए कप्तान के भरोसे पर खरा उतरना होगा।
मौजूदा सीरीज में शिखर धवन और रोहित शर्मा की ओपनिंग जोड़ी क्रमश: 10, 15 और 9 रन ही जोड़ने में सफल रही जिसके कारण टीम शुरुआत में ही लड़खड़ा गई। रोहित ने पहले वनडे में नॉटआउट 152 रन की तूफानी पारी खेली थी लेकिन अगले दो मैचों में वह क्रमश: 4 और 8 का ही स्कोर बना सके। शिखर ने तीन मैचों में क्रमश: 4, 29 और 35 का स्कोर बनाया है। शिखर और रोहित से एक बड़ी ओपनिंग पार्टनरशिप की दरकार भारतीय टीम को है। कैरेबियाई टीम ने शाई होप (3 मैचों में 250 रन) और शिमरॉन हेटमेयर (3 मैचों में 237 रन) की बेखौफ बैटिंग की बदौलत तीनों मैचों में 280 प्लस का स्कोर खड़ा कर भारतीय टीम को बराबरी की टक्कर दी है। भारतीय टीम के कमजोर मिडल ऑर्डर का फायदा वेस्टइंडीज के बोलर्स ने तीसरे वनडे में उठाया जिसके कारण एक समय आसानी से जीत की तरफ भारतीय टीम लड़खड़ा गई और मैच 43 रन से हार गई। हेटमेयर बोलर्स पर हावी होकर खेलना पसंद करते हैं। उनकी अंदाज के मुरीद वीरेंद्र सहवाग भी हो चुके हैं। 17 वनडे मैचों के बाद हेटमेयर का स्ट्राइक रेट 109 और मौजूदा सीरीज में 145 का है। वनडे में 68 के स्ट्राइक रेट रखने वाले होप ने इस सीरीज में हर 100 बॉल में 84 रन बनाकर अपने आक्रामक तेवर दर्शाए हैं। विंडीज टीम के पास एश्ले नर्स और जेसन होल्डर जैसे उम्दा ऑलराउंडर्स भी हैं।

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