नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आयुष्मान भारत योजना (प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना) को 23 सितंबर 2018 को लॉन्च करेंगे। ये योजना झारखंड की राजधानी रांची में 23 सितंबर को लॉन्च करेंगे। इसके तहत हर साल 1 परिवार को 5 लाख रुपए का हेल्थ इंश्योरेंस मिलेगा। इसमें परिवार के सभी सदस्यों को इसका लाभ मिलेगा। सरकार ने सामाजिक आर्थिक जातीय सर्वेक्षण, 2011 के डेटा में शामिल सभी परिवारों को इसमें शामिल किया है। इसमें सैंकड़ो बीमारियों के 1300 पैकेज हैं। इसके लिए केंद्र ने 29 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से करार किया है। योजना 23 सितंबर को लॉन्च हो जाएगी लेकिन पूरे देश में इसका फायदा पंडित दिनदयाल उपाध्याय के जन्मदिन 25 सितंबर से मिलना शुरू हो जाएगा।
इस कारण सूची में 50 करोड़ लोग शामिल हो गए हैं। इसके तहत लिस्टेड प्राइवेट और सरकारी हॉस्पिटल में इलाज करवाया जा सकेगा। योजना में हॉस्पिटलाइजेश और उसके बाद के खर्चे भी उठाए जाएंगे। इसके लिए योजना के तहत सुझाए गए आईकार्ड (आधार कार्ड, वोटर आईडी जैसे डॉक्यूमेंट) को ले जाना होगा। योजना में गांव में रहने वाले ऐसे परिवार जिनके पास कच्ची दीवारों और छत वाला मकान है को शामिल किया गया है। इसके अलावा जिस परिवार में 16 से 59 साल का कोई पुरूष नहीं है और महिला उस परिवार को चला रही है उनको भी इसका लाभ मिलेगा। एससी और एसटी में शामिल परिवार। बिना जमीन वाले मजदूर भी इसमें शामिल हैं। शहरी क्षेत्र में बेघर लोग, कचरा बीनने वाले, भिखारी, घरेलू नौकर, मोची, हॉकर, मजदूर, वेल्डर, सिक्योरिटी गार्ड, कूली, स्वीपर, माली, रिक्शा चलाने वाले, इलेक्ट्रिशियन, चौकीदार को इसमें शामिल किया है। इन लोगों के नाम 2011 में हुए सामाजिक आर्थिक जातीय सर्वेक्षण में होगा तभी इनको आयुष्मान भारत योजना का लाभ मिलेगा। आयुष्मान भारत योजना के लिए आधार का होना जरूरी नहीं है। सरकार ने लोगों को जानकारी देने के लिए 14555 नंबर की हेल्पलाइन भी शुरू की है। इस हेल्पलाइन पर आप फोन कर पता कर सकते हैं कि आपका नाम आयुष्मान भारत के लाभार्थी की लिस्ट में है या नहीं।
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