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स्कूल और चाइल्ड केयर सेंटर की स्क्रीनिंग गाइडलाइन में किया बदलाव

टोरंटो,31 अगस्त। ओंटारियो सरकार ने अगले सप्ताह कक्षाओं में छात्रों के लौटने से पहले अपनी स्क्रीनिंग गाइडलाइन को अपडेट कर दिया है और अब कोविड-19 से जुड़े लक्षणों की सूची में नाक बहना, गले में खराश और सिरदर्द शामिल नहीं होगा।
स्वास्थ्य के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ किरन मूर की एक नई रिपोर्ट के साथ स्क्रीनिंग फॉर्म को 27 अगस्त को चुपचाप अपडेट किया गया था, जो कोविड -19 के सामान्य लक्षणों की एक सूची की पहचान करता है, जिसमें तत्काल सेल्फ क्वॉरेंटाइन और कोविड-19 टेस्ट की आवश्यकता होती है।
उन लक्षणों में बुखार और/या ठंड लगना, खांसी या भौंकने वाली खांसी, सांस लेने में तकलीफ, स्वाद या गंध की कमी या हानि, मतली के साथ-साथ उल्टी और/या दस्त शामिल हैं।
स्कूलों और चाइल्डकैअर सुविधाओं के लिए स्क्रीनिंग गाइडलाइन में पहले शामिल किए गए कुल चार लक्षणों को हटा दिया गया है। वे लक्षण इस प्रकार हैं: गले में खराश या निगलने में कठिनाई, बहती या भरी हुई नाक, सिरदर्द और अत्यधिक थकान या मांसपेशियों में दर्द।
कोविड -19 लक्षणों को प्रदर्शित करने वाले बच्चों के पूरी तरह से टीकाकरण वाले भाई-बहनों को कक्षाओं में भाग लेने की अनुमति देने संबंधी गाइडलाइन को भी बदल दिया गया है। जबकि पिछली सर्दियों में उन्हें भी घर में रहने को कहा गया था। यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि बच्चों में किसी भी प्रकार के लक्षण दिखाई देते हैं तो मां बाप से यह अपेक्षा की जाती है कि वह अपने बच्चों को स्कूल अथवा चाइल्ड केयर के स्थान पर अपने घर पर ही रखेंगे। चाहे वह लक्षण सरकार द्वारा जारी सूची में हैं अथवा नहीं। यह गाइडलाइन तभी लागू होंगी जब बच्चे को स्कूल अथवा चाइल्ड केयर भेजा जाएगा।
टोरंटो के स्वास्थ्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एलीन डी विला ने सोमवार सुबह एक युवा टीकाकरण क्लिनिक का दौरा करने के बाद संवाददाताओं से कहा, “अगर आपको थोड़ा सा भी संदेह है कि आपका बच्चा अस्वस्थ है, तो हम चाहते हैं कि आप उस बच्चे को घर पर और अलग रखें जब तक कि यह स्पष्ट न हो जाए कि उनके लक्षणों का कारण क्या है।”
फोर्ड सरकार ने शुरू में अपनी कोविड-19 लक्षणों की सूची में नाक बहना और सिरदर्द शामिल किया था, लेकिन अक्टूबर में मूल्यांकन केंद्रों पर लगी लंबी लाइनों की चिंताओं के बीच अपनी गाइडलाइन को बदल दिया ।
अगले सप्ताह कक्षा में छात्रों के लौटने पर जो गाइडलाइन होंगी, उनके अनुसार यह आवश्यक होगा कि पांच कोविड लक्षणों में से कोई भी प्रदर्शित करने वाले छात्र या तो वायरस के लिए नेगेटिव टेस्ट करें या 10 दिनों के लिए अलग-थलग रहें।
उस नीति के अपवाद केवल उन बच्चों के लिए बनाए जाएंगे जिन्हें डॉक्टर द्वारा किसी अन्य बीमारी का डायग्नोस किया गया है और जिनके लक्षणों में कम से कम 24 घंटों में सुधार हो रहा है।
शिक्षा मंत्री स्टीफन लेसे के एक प्रवक्ता ने बताया कि गाइडलाइन केवल एक न्यूनतम आवश्यकता है और सार्वजनिक स्वास्थ्य इकाइयों के पास स्थानीय परिस्थितियों के आधार पर अतिरिक्त उपायों को लागू करने का अधिकार है।
टोरंटो पब्लिक हेल्थ ने पिछले स्कूल वर्ष के दौरान ठीक वैसा ही किया जब इसने महामारी की दूसरी लहर के दौरान सूची में कई लक्षण जोड़े थे लेकिन सोमवार को स्वास्थ्य की एसोसिएट मेडिकल ऑफिसर डॉ. विनीता दुबे ने कहा कि वर्तमान में प्रांतीय नीति से विचलित होने की कोई योजना नहीं है। दुबे ने यह भी पुष्टि की कि टोरंटो पब्लिक हेल्थ लक्षणों की नई सूची को दर्शाने के लिए अपने स्वयं के ऑनलाइन स्क्रीनिंग टूल को अपडेट करने की प्रक्रिया में है।
डी विला ने सोमवार को कहा, “कृपया जिन लोगों के एक या एक से अधिक बीमार बच्चे हैं, वे यथासंभव एक बेहतरीन योजना तैयार करें। क्योंकि जब आपके पास इससे निपटने की योजना है तो अप्रत्याशित से निपटना सबसे आसान है। यदि आप एक नियोक्ता (एम्पलायर ) हैं तो कृपया अपने व्यवसाय और अपने कर्मचारियों को सपोर्ट करने की योजना बनाएं यदि बीमार बच्चों वाले लोग काम पर नहीं आ सकते हैं।”
इसके अलावा स्कूलों को फिर से खोले जाने की दशा में स्वास्थ्य संबंधी देखरेख के लिए टोरंटो पब्लिक हेल्थ में 100 से अधिक सार्वजनिक स्वास्थ्य नर्सें होंगी।
इसके अलावा गाइड लाइन में कहा गया है कि पॉजिटिव मामलों की स्थिति में प्रभावित साथियों को सस्पेंड कर दिया जाएगा और अन्य व्यक्तियों के लिए जोखिम का मूल्यांकन करने के लिए एक जांच की जाएगी।
वहीं एक बाल रोग विशेषज्ञा ने कहा कि वह चिंतित है कि लक्षणों की नई सूची से कुछ माता-पिता अपने बच्चों का परीक्षण करवाने में ढीले पड़ सकते हैं। डॉ. नीली कपलान-माइर्थ ने कहा,”मैं इसके बारे में थोड़ा चिंतित हूं और मैं आपको इसका कारण भी बताती हूं। अभी कुछ दिनों पहले मेरे एक मरीज को कोविड का पता चला था और उसका एकमात्र लक्षण गले में खराश था । जबकि यह कोई ऐसा व्यक्ति नहीं है जो किराने का सामान खरीदने और अपने बच्चे को खेलने के लिए पार्क में लाने के अलावा कहीं और गया हो। अतः हमें लोगों को कोविड के परीक्षण के लिए प्रोत्साहित करने के बारे में बहुत मेहनती होने की आवश्यकता है।”
उन्होंने आगे कहा कि वह इसलिए चिंतित है कि ऐसी गाइडलाइन के चलते माता-पिता खुद तय करने लगेंगे कि उनके बच्चों को कोरोना संक्रमण है अथवा नहीं जिससे इसके और आगे फैलने का खतरा बढ़ जाएगा।
डॉ कपलान-माइर्थ ने आगे कहा,”मुझे लगता है कि जब हम बच्चों और वयस्कों का परीक्षण करना चाहते हैं, तो हमें बहुत कम सीमा रखने की आवश्यकता है, क्योंकि ऐसा कोई तरीका नहीं है जिससे कोई व्यक्ति बिना कोविड-19 टेस्ट कराए चिकित्सकीय रूप से बता सके कि वह कोरोना संक्रमित है अथवा नहीं।”

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