सिंगापुर,31 जुलाई। कोरोना वायरस के डेल्टा वेरिएंट ने मिडिल ईस्ट के कई देशों में कहर मचा रखा है। कई देशों में डेल्टा कोरोना की चौथी लहर का कारण बनता जा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा कि कोरोना के डेल्टा वेरिएंट ने मिडिल ईस्ट के देशों में चौथी लहर का रूप ले लिया है और वहां कोरोना वायरस के मामलें में तेज वृद्धि की है। बता दें कि मिडिल ईस्ट के देशों में टीकाकरण दर काफी कम है।वैश्विक स्वास्थ्य संगठन ने गुरुवार को अपने एक बयान में कहा कि पूर्वी भूमध्य क्षेत्र के देशों में डेल्टा वेरिएंट की वजह से कोरोना के मामलों में वृद्धि हो रही है और यह वेरिएंट कोरोना से मौतों को बढ़ावा दे रहा है। कोरोना की चौथी लहर को लेकर इलाके के 22 देशों में से अब तक 15 में से रिपोर्ट किया जा रहा है। इनमें से मिडिल ईस्ट के कई देशों में डेल्टा वेरिएंट कोरोना वायरस का प्रमुख कारण बन रहा है। हालांकि, कोरोना संक्रमण के मामले ज्यादातर उन लोगों में पाए जा रहे हैं, जिन्होंने अब तक वैक्सीन नहीं लगवाई है।
विशेषज्ञों के अनुसार कोरोना का यह डेल्टा वेरिएंट मूल वायरस की तुलना में काफी ज्यादा संक्रामक है और चिंता के अन्य ज्ञात वेरिएंट की तुलना में अधिक घातक भी है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अहमद अल-मंधारी ने कहा कि पूर्व-मध्य क्षेत्र और अन्य सभी डब्ल्यूएचओ के कार्य क्षेत्रों में डेल्टा वेरिएंट का तेजी से प्रसार चिंता का एक प्रमुख कारण है। हाल के हफ्तों में नए मामलों और मौतों की संख्या में वृद्धि हुई है। अधिकांश नए मामले और अस्पताल में भर्ती कोरोना मरीज बिना टीकाकरण वाले लोग हैं। हम अब पूरे क्षेत्र में कोरोना की चौथी लहर की जद में हैं।
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