वडोदरा। गुजरात में वडोदरा के एक गांव में चल रहे शेरी गरबा समारोह में उस समय हड़कंप मच गया जब एक मगरमच्छ समारोह के बीच आ गया। संगीत की धुन पर शेरी गरबा कर रहे लोग मगरमच्छ को देखते ही घबराकर इधर-उधर भागने लगे। कार्यक्रम स्थ ल पर अफरातफरी मच गई। मामला शहर से सत्रह किलोमीटर दूर पिपरिया गांव है। सोमवार की देर रात यहां शेरी गरबा चल रहा था। अचानक लोगों की नजर एक मगरमच्छ पर पड़ी जो वहां रेंग रहा था। लोगों में हड़कंप मच गया। यह मगरमच्छ सात फुट लंबा था। लोग गरबा बंद करके खुद को बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। आयोजकों ने वन विभाग को सूचना दी।
मौके पर पहुंचे वन विभाग की टीम ने मगरमच्छ को रेस्क्यू करना चाहा लेकिन उन्हें परेशानी उठानी पड़ी। आक्रामक मगरमच्छ ने रेस्क्यू करने वाली छड़ी को जकड़ लिया और झटके से उलटने-पलटने लगा। टीम ने मगरमच्छ की आंखों में जूट बैग डालने का प्रयास किया ताकि वह शांत हो सके लेकिन वह भी संभव नहीं हो सका। वन विभाग की रेस्क्यू टीम के सदस्य जिगनेश परमार ने बताया, ‘हम लोग रात में दो बजे मगरमच्छ को रेस्क्यू करने पहुंचे। समारोह स्थल पर तेज संगीत चल रहा था। लाइटिंग और सजावट थी। लोग मस्ती के मूड में थे लेकिन मगरमच्छ की उपस्थित ने सबकी मस्ती काफूर कर दी। लगभग एक घंटे के प्रयास के बाद हम लोग सुबह तीन बजे मगरमच्छ को रेस्क्यू कर पाए। उसे वडोदरा के नर्सरी में सुबह पांच बजे लाया गया।’ वन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मगरमच्छ पिपलिया झील से निकलकर पिपरियां गांव आया था। मगरमच्छ जिस गांव में पहुंचा था, वहां की आबादी पांच हजार लोगों की है। उन्होंने बताया कि पांच महीने पहले गांववालों ने वहां मगरमच्छ देखे जाने की सूचना दी थी। झील के किनारे उसे पकड़ने के लिए पिंजरा रखा गया था लेकिन वह उसमें नहीं आया। अनुमान है कि यह वही मगरमच्छ होगा जो गांव में आ गया था।