नई दिल्ली,17 सितंबर। तज़ाकिस्तान की राजधानी दुशाम्बे में हो रही शंघाई सहयोग संगठन (SCO) की बैठक को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज 11 बजे वर्चुअली संबोधित करेंगे। माना जा रहा है कि मोदी अपने संबोधन में आतंकवाद और अफगानिस्तान का मुद्दा उठा सकते हैं। इस बैठक में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान मौजूद रहेंगे वहीं चीन के राष्ट्रपति शी-जिनपिंग और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन वर्चुअली जुड़ेंगे। बैठक में शामिल होने के विदेश मंत्री एस जयशंकर पहले ही दुशांबे पहुंच चुके हैं। वे इस मीटिंग में फिजिकली शामिल होंगे। शंघाई सहयोग संगठन के सदस्य देशों की ये 21वीं बैठक होगी, जिसकी अध्यक्षता तज़ाकिस्तान के राष्ट्रपति इमोमाली रहमान करेंगे। शंघाई सहयोग संगठन अपनी स्थापना की 20वीं वर्षगांठ भी मना रहा है। 15 जून 2001 को इस संगठन की स्थापना हुई थी और 2017 में भारत इसका पूर्णकालिक सदस्य बना था। इस समिट में चीन के रुख पर भी नजर रहेगी, क्योंकि एक दिन पहले ही ऑस्ट्रेलिया ने अमेरिका और ब्रिटेन के साथ परमाणु-ऊर्जा से चलने वाली पनडुब्बियां बनाने के लिए सुरक्षा समूह बनाया है। इस समझौते से हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन को कंट्रोल किया जा सकेगा। ऑस्ट्रेलियाई पीएम स्कॉट मॉरिसन ने ब्रिटिश पीएम बोरिस जॉनसन और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ संयुक्त रूप से गुरुवार को इसका ऐलान किया। बैठक से अलग विदेश मंत्री एस जयशंकर गुरुवार को चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात कर चुके हैं। इसके बाद एस जयशंकर ने सोशल मीडिया के जरिए कहा कि इस मुलाकात में भारत-चीन बॉर्डर पर डिसएंगेजमेंट पर चर्चा हुई और जोर दिया गया कि सीमा पर शांति के लिए डिसएंगेजमेंट की प्रक्रिया को आगे बढ़ाना जरूरी है। साथ ही वैश्विक विकास पर भी चर्चा की गई और चीन से कहा कि वह भारत के साथ अपने संबंधों को किसी तीसरे देश के नजरिए से न देखे।
