लंदन। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी इन दिनों विदेश दौरे पर हैं। जर्मनी की दो दिवसीय यात्रा के बाद वे इन दिनों लंदन दौरे पर हैं। वे वहां इंडियन ओवरसीज कांग्रेस कम्युनिटी से रूबरू हो रहे हैं। इस दौरान वे विदेशी जमीं से बीजेपी पर जमकर हमला बोल रहे हैं। आपको बता दें कि वे अक्सर भारत में भी अपने पारिवारिक पृष्ठभूमि के चलते निशाने पर लिए जाते रहे हैं। इसी से संबंधित एक सवाल पर उन्होंने यहां कहा कि उन्हें उनकी क्षमता के आधार पर जज किया जाना चाहिए ना कि उनके पारिवारिक पृष्ठभूमि के आधार पर उनकी आलोचना करनी चाहिए। बता दें कि उन्होंने पिछले साल अमेरिका में कहा था कि वंशवाद की राजनीति की आलोचना झेलने वाले वे अकेले नहीं हैं। ये सभी राजनीतिक पार्टी की समस्या है और भारत में भी ये आम है।
दो दिवसीय दौरे पर लंदन में मौजूद राहुल गांधी से जब पूछा गया कि अपने विरासत से मिले सरनेम के अलावा उनके पास आज और क्या है, उन्होंने क्या हासिल किया है। इसी सवाल के जवाब पर राहुल गांधी ने कहा कि बिना उन्हें सुने जज नहीं किया जाना चाहिए। आखिर में ये आपकी पसंद है। आप मेरी पारिवारिक पृष्ठभूमि के आधार पर मेरी आलोचना करें या मेरी क्षमता के आधार पर मुझे जज करें। ये आप पर निर्भर करता है। उन्होंने आगे कहा कि मेरे पिता जब प्रधानमंत्री बने उसके पहले मेरे परिवार से कोई भी सत्ता में नहीं था, इस बात को शायद भुला दिया गया है। दूसरी बात कि हां मैं इस परिवार में जन्मा हूं। कांग्रेस अध्यक्ष ने आगे कहा कि जो मैं कहता हूं उसे सुनो, मेरे साथ मुद्दों पर बात करो, मेरे साथ विदेश नीति, आर्थिक नीति, भारतीय विकास, कृषि पर खुल कर बात करो। किसी भी मुद्दे पर मेरे साथ पहले बात करें और तब मुझे जज करें कि मैं क्या हूं। राहुल गांधी ने आगे कहा कि आरएसएस ने मुझ पर हर मुद्दे पर हमला बोला और इस चीज ने मुझे एक बेहतर पॉलीटिकल लीडर बनने में मदद किया है। मैं 14-15 सालों से राजनीति में हूं जहां मैंने काफी कुछ सीखा औऱ देखा। मैं एक ऐसा व्यक्ति हूं जो लोगों को सुनता भी हूं और उनके विचारों का सम्मान भी करता है।