कोलंबो। मालदीव सेना के प्रमुख ने उन अटकलों को खारिज कर दिया है जिनमें कहा गया है कि निर्वतमान राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन सत्ता में बने रहने का प्रयास करेंगे। उन्होंने राष्ट्र से कहा कि सशस्त्र बल लोगों की इच्छा का सम्मान करेगा। निजी चुनावी पर्यवेक्षकों की इन चेतावनियों के बावजूद कि चुनावी प्रक्रिया में धांधली की जा रही है ,देश में रविवार को हुए राष्ट्रपति चुनाव में यामीन ने विपक्ष के नेता इब्राहिम मोहम्मद सोलिह के हाथों शिकस्त का सामना किया। चुनाव आयोग ने रविवार को औपचारिक तौर पर चुनाव परिणाम की घोषणा की जिसके अनुसार पांच साल के कार्यकाल की समाप्ति के बाद यामीन 17 नवंबर को सोलिह को सत्ता सौंप देंगे। हालांकि, सोशल मीडिया और अन्य जगहों पर अफवाहों का बाजार गर्म रहा कि यामीन अब चुनाव आयोग के समक्ष एक याचिका दायर कर सकते हैं।
उधर, सेना प्रमुख मेजर जनरल अहमद शियाम ने एक निजी टेलीविजन चैनल पर परिणाम का सम्मान करने का वादा किया। शियाम ने बुधवार को कहा, ‘लोगों ने अपनी बात कह दी है।’ उसी दिन पुलिस प्रमुख अब्दुल्ला नवाज ने टेलीविजन के लिए जारी एक बयान में कहा, ‘मैं मालदीव के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि सेना लोगों की इच्छा का सम्मान करेगी।’ चुनाव आयोग प्रमुख अहमद शरीफ ने पुष्टि की कि यामीन की पार्टी ने मतदान में अनिमियतताओं की कई शिकायतें दर्ज की थी।