नई दिल्ली/ मुजफ्फरपुर। बिहार के मुजफ्फरपुर के शेल्टर होम मामले में पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पति चंद्र शेखर वर्मा की अब तक गिरफ्तारी न होने पर सुप्रीम कोर्ट ने सरकार और सीबीआई से जवाब मांगा है। सीबीआई द्वारा मामले में सौंपी गई जांच की स्टेटस रिपोर्ट को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जिस तरह से यह अपराध हुआ वह काफी हैरान करने वाला, डरावना और भयानक है।
मामले की सुनवाई के दौरान सर्वोच्च न्यायालय ने कहा, ‘यह काफी भयानक और डरावना है। सरकार क्या कर रही है? ब्रजेश ठाकुर, जो मामले का मुख्य आरोपी भी है काफी प्रभावशाली भी है।’ सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि ब्रजेश ठाकुर काफी प्रभावशाली व्यक्ति है और जांच प्रकिया को बाधित भी कर रहा है। सुप्रीम कोर्ट ने ब्रजेश ठाकुर को कारण बताओ नोटिस जारी करते हुए पूछा है कि उसे क्यों बिहार की जेल से किसी दूसरे प्रदेश की जेल में शिफ्ट न किया जाए। यौन शोषण मामले के मुख्य आरोपी बृजेश ठाकुर के साथ बिहार की पूर्व मंत्री मंजू वर्मा के पति की इस साल जनवरी से जून के बीच 17 बार बातचीत होने का खुलासा होने के बाद वर्मा ने समाज कल्याण मंत्री के तौर पर इस्तीफा दे दिया था। बता दें कि आर्म्स ऐक्ट के मामले में आरोपी पूर्व मंत्री मंजू वर्मा और उनके पति की जमानत याचिका पटना हाई कोर्ट से खारिज करने के बाद भी अब तक उनकी गिरफ्तारी नहीं हुई है।
बिहार के मुजफ्फरपुर में शेल्टर होम में 34 लड़कियों से रेप का खुलासा होने के बाद राज्य की सियासत गरमा गई थी। टाटा इंस्टिट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज (टीआईएसएस) की रिपोर्ट के बाद इस सनसनीखेज कांड का पता चला था। दबाब बढ़ने के बाद नीतीश सरकार ने इस मामले की सीबीआई जांच की सिफारिश की थी। कुछ समय पहले ही मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में 15 साल की बच्ची का कंकाल मिलने से मामले में नया मोड़ आ गया था। जांच पूरी होने के लिए सीबीआई से और वक्त भी मांगा था।