जालंधर,19 सितंबर। कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद पंजाब का नया मुख्यमंत्री कौन होगा? इसको लेकर कांग्रेस का मंथन जारी है। अभी तक की जानकारी के मुताबिक नए चेहरे के तौर पर अंबिका सोनी का नाम सबसे आगे चल रहा था। अंबिका सोनी पंजाब से राज्यसभा सांसद हैं। हालांकि अब खबर आ रही है कि उन्होंने यह ऑफर ठुकरा दिया है। वहीं, सूत्रों के मुताबिक नवजोत सिद्धू ने भी उन्हें मुख्यमंत्री बनाने का दावा ठोक दिया है। जिस वजह से पेंच ज्यादा फंस गया है। उनके अलावा पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ भी दौड़ में बने हुए हैं। इसके बाद सिद्धू और जाखड़ के हक में विधायकों की लामबंदी शुरु होने लगी है। कुछ नेता जाखड़ के घर पहुंचे हैं तो कुछ विधायकों की सिद्धू के करीबी सुखजिंदर रंधावा के घर बैठक शुरु हो गई है। वहीं, अगर जाखड़ के नाम पर मुहर लगी तो 55 साल बाद पंजाब को पहला हिंदू मुख्यमंत्री मिलेगा। इसी बीच बड़ी खबर यह है कि पंजाब कांग्रेस विधायक दल की 11 बजे होने वाली बैठक को टाल दिया गया है। अब कांग्रेस हाईकमान सीधे ही इसकी घोषणा करेगा। इसी बीच चंडीगढ़ के एक होटल में पंजाब कांग्रेस प्रभारी हरीश रावत, केंद्रीय ऑब्जर्वर अजय माकन और हरीश चौधरी के साथ कांग्रेस नेताओं की मुलाकातों का सिलसिला चल रहा है। कुल मिलाकर अभी तक पंजाब कांग्रेस के विधायकों में सर्वसम्मति बनती नजर नहीं आ रही है। पंजाब कांग्रेस के संगठन महासचिव और सिद्धू के करीबी विधायक परगट सिंह ने कहा कि विधायक दल ने नए नेता को चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को दे दिया है। अब फैसला वहीं से होगा। पहले यह फैसला शनिवार रात को ही विधायक दल की बैठक में होना था। इसीलिए नया चेहरा चुनने का अधिकार सोनिया गांधी को देकर प्रस्ताव तुरंत ई-मेल से भेजा गया। जिसके बाद कांग्रेस के पूर्व प्रधान सुनील जाखड़ का मुख्यमंत्री बनना लगभग तय माना जा रहा था। हालांकि अचानक पंजाब के सिख स्टेट होने की वजह से सिख चेहरे की मांग भी उठ गई है, जिसके बाद कांग्रेस हिंदू व सिख चेहरे के चक्कर में फंस गई है।सिख व हिंदू चेहरे के चक्कर में फंसी कांग्रेस के भीतर अब एक सीएम और दो डिप्टी सीएम फार्मूले पर विचार हो रहा है। अगर किसी हिंदू चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो फिर एक जट सिख और एक दलित डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। अगर सिख चेहरे को मुख्यमंत्री बनाया जाता है तो फिर एक हिंदू और एक दलित नेता को डिप्टी सीएम बनाया जा सकता है। इस फार्मूले के जरिए कांग्रेस विरोधियों व खासकर अकाली दल के एक हिंदू और एक दलित को डिप्टी सीएम बनाने के चुनावी वादे का भी तोड़ निकाल सकती है। हालांकि अंतिम मुहर विधायक दल की बैठक में ही लगेगी। कांग्रेस हाईकमान सुनील जाखड़ को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में है। इसका संदेश उन्हें भेज दिया गया है। जिसके बाद जाखड़ ने राहुल गांधी के गुण गाते हुए ट्वीट भी किया है। दिल्ली से आए ऑब्जर्वरों को भी यही बात कहकर भेजी गई। हालांकि सीएलपी की बैठक के बाद सिख चेहरे के रूप में सुखजिंदर रंधावा व नवजोत सिद्धू का नाम भी सामने आया। सिद्धू के नाम पर ज्यादातर विधायक सहमत दिखे, जिसके बाद शनिवार देर रात नाम की घोषणा को टाल दिया गया।
सिद्धू को प्रधान बनाने के बाद पंजाब में कांग्रेस का हिंदू-सिख गणित गड़बड़ा गया था। सीएम व पार्टी प्रधान की कुर्सी पर दोनों जट सिख चेहरे हो गए। जिसे देखते हुए अब मंथन चल रहा है कि वही संतुलन फिर कायम किया जाए। कांग्रेस हाईकमान इसीलिए पंजाब में हिंदू मुख्यमंत्री बनाना चाहता है, लेकिन विधायक इस पर राजी नहीं हैं।
कांग्रेस की इस सियासी उठापटक के बीच बड़ा निशाना विपक्षी अकाली दल के हिंदू डिप्टी सीएम के दांव को भी फेल करना है। अगर कांग्रेस हिंदू मुख्यमंत्री बना देती है तो चुनाव में हिंदू वोट बैंक को बटोरने में उसे आसानी रहेगी। यही वोट बैंक चुनाव में कांग्रेस की बड़ी ताकत भी रहता है। खासकर ऐसे वक्त में जब अकाली दल ने भाजपा से गठजोड़़ तोड़़ लिया है।
इस संबंध में ताजा तरीन अपडेट यह है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के 24 घंटे बाद कांग्रेस ने आखिर पंजाब के नए मुख्यमंत्री का नाम तय कर लिया है। कुछ देर में इसका ऐलान होने वाला है। सूत्रों का कहना है कि पंजाब कांग्रेस में सुखजिंदर सिंह रंधावा के नाम पर सहमति बन गई है और हाईकमान को नाम भेज दिया गया है। रंधावा माझा इलाके के बड़े नेता हैं। वे डेरा बाबा नानक सीट से मौजूदा विधायक हैं और कैप्टन की कैबिनेट में सहकारिता और जेल मंत्री थे। वे तीन बार के विधायक हैं, उन्होंने 2002, 2007 और 2017 में चुनाव जीता था।
पंजाब में नए मुख्यमंत्री का नाम तय करने के साथ ही दो डिप्टी सीएम बनाने का फैसला भी लिया गया है। बताया जा रहा है कि अरुणा चौधरी और भारत भूषण आशु के नाम डिप्टी सीएम के लिए तय किए गए हैं।
उधर राहुल गांधी के घर भी मीटिंग चल रही है, जिसमें अंबिका सोनी भी मौजूद हैं। माना जा रहा है कि यह मीटिंग खत्म होने के बाद पंजाब के नए सीएम का ऐलान कर दिया जाएगा। दरअसल अंबिका सोनी का नाम भी सीएम पद की प्रमुख दावेदार के तौर पर सामने आया था, लेकिन उन्होंने खुद ही ऑफर ठुकरा दिया। साथ ही सलाह दी थी कि पंजाब में सीएम का चेहरा कोई सिख ही होना चाहिए, नहीं तो पंजाब में कांग्रेस बिखर सकती है।
