काबुल,13 सितंबर। अफगानिस्तान की राजधानी से अमेरिकी सैनिकों की पूर्ण वापसी और तालिबान का पूरा नियंत्रण स्थापित करने के बाद सोमवार को पहली बार कोई विदेशी उड़ान काबुल एयरपोर्ट पहुंची। यह फ्लाइट यात्रियों को लेकर इस्लामाबाद से काबुल पहुंची थी। इस फ्लाइट में एक पत्रकार भी था, जिसका कहना है कि विमान में यात्रियों से ज्यादा स्टाफ था। करीब 10 यात्री ही इसमें सवार थे। दोपहर बाद यह फ्लाइट वापस इस्लामाबाद लौट गई।
आपको बता दें कि काबुल एय़रपोर्ट 30 अगस्त के बाद से वीरान सा हो गया था, जब अमेरिका की अगुवाई में विदेशी फौजों ने अपनी सैन्य वापसी पूरी की थी। इस अभियान में करीब सवा लाख लोगों को काबुल से बाहर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया था।
सोमवार को पाकिस्तान इंटरनेशनल एयरलाइंस का विमान काबुल में उतरा और दोपहर बाद लौटा। रिटर्न फ्लाइट में करीब 70 लोग थे, जिनमें से ज्यादातर अफगान नागरिक थे। इसमें से ज्यादातर वर्ल्ड बैंक जैसे अंतराष्ट्रीय संगठनों में कार्यरत अफगानियों के रिश्तेदार थे। वर्ल्ड बैंक की एक कर्मी ने कहा कि वो सुरक्षित निकल आई है और उसकी अगली मंजिल ताजिकिस्तान होगी। अगर यहां महिलाओं के लिए काम करने की स्थिति फिर से बेहतर होगी, तभी मैं लौटूंगी।
22 साल की एक छात्रा ने कहा कि वो एक महीने तक पाकिस्तान में छुट्टियां बितानी चाहती है। उसने कहा कि अफगानिस्तान की हालत को लेकर वो दुखी है, लेकिन वहां से कुछ वक्त तक बाहर आने को लेकर खुश है।
गौरतलब है कि तालिबान में नई सरकार बन चुकी है. मुल्ला हसन अखुंद को प्रधानमंत्री बनाया गया है। जबकि मुल्ला अब्दुल गनी बरादर नई सरकार में उप प्रधानमंत्री हैं। तालिबानियों के नियंत्रण में आने के बाद से अफगानिस्तान में एक भय का माहौल बना हुआ है। विशेष तौर पर महिलाओं के मन में 20 साल पहले तालिबानी राज को लेकर डर कायम है। हालांकि तालिबानियों ने सुधारात्मक कदम उठाने की घोषणा की है, लेकिन तालिबान के चरित्र तथा कार्यशैली को देखते हुए लोग आशंकित हैं।
