लंदन। ट्रूपिंग द परेड के दौरान पगड़ी पहनने वाले पहले व्यक्ति होने का इतिहास बनाने वाले 22 वर्षीय सिख सैनिक के परीक्षण में कोकीन होने की पुष्टि के बाद उन्हें पद से हटाया जा सकता है। ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के जन्मदिन समारोह में चरणप्रीत सिंह लाल परेड में शामिल हुए थे। जून के महीने में ट्रूपिंग द कलर के दौरान पगड़ी पहनने के कारण वह पूरी दुनिया में सुर्खियों में रहे थे। द सन ने खबर दी है कि पिछले सप्ताह वह अपनी बैरक में औचक ड्रग परीक्षण के दौरान मादक पदार्थ की जांच में असफल रहे। आंतरिक सूत्रों ने दावा किया कि उन्होंने बड़ी मात्रा में कोकीन ली थी। एक स्रोत के हवाले से रिपोर्ट में बताया गया है, ‘सिपाही लाल बैरकों में इस बारे में खुल कर चर्चा करते थे। सुरक्षा गार्ड महल में सार्वजनिक ड्यूटी पर तैनात होते हैं। यह अपमानजनक व्यवहार है।’ रिपोर्ट में बताया गया है, ‘यह उनके कमांडिंग अधिकारी पर निर्भर करता है कि वह उन्हें बाहर करते हैं या नहीं। अगर कोई भी क्लास ए का मादक पदार्थ सेवन करता हुआ पाया जाता है तो उसे बर्खास्त किये जाने की आशंका रहती है।’ रिपोर्ट के मुताबिक, ‘हर कोई अचंभित है। वह किसी तरह सुर्खियों में आ गए थे और अब शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है।’ लाल उन तीन सैनिकों में शामिल हैं जो विंडसर के विक्टोरिया बैरक में परीक्षण के दौरान असफल रहे। लाल का जन्म पंजाब में हुआ था। उनके माता-पिता उन्हें बचपन में ही लेकर ब्रिटेन चले गए थे। बाद में वह जनवरी 2016 में ब्रिटिश सेना में शामिल हुए थे।
