राजकोट। टीम इंडिया की गेंदबाजी आक्रमण का सबसे मजबूत स्तंभ स्पिन को माना जाता है, जिसके दम पर भारत ने देश-विदेश में कई सीरीज अपने नाम की है। लेकिन हालिया कुछ सीरीज में यह आक्रमण उतना मारक नहीं दिखा। खासकर इंग्लैंड में। इसके बाद से बीसीसीआई मैनेजमेंट में स्पिन बोलिंग कोच रखने की बात शुरू हो गई है। खबरों की मानें तो बोर्ड जल्द ही इस मामले पर फैसला ले सकता है। दूसरी ओर, पूर्व लेग स्पिनर लक्ष्मण शिवरामकृष्णन ने कहा कि वह इस जिम्मेदारी को लेने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, ‘मैं वर्ल्ड कप के लिए स्पिनर्स को मदद करने को तैयार हूं। यदि बोर्ड मुझे ऑफर के साथ कहे तो मैं कोचिंग दे सकता हूं। मैच में 11 से 40 ओवरों के बीच हमें विकेट लेने होते हैं। अगर स्पिनर्स 4-5 विकेट निकाल लेते हैं तो अच्छा होता है। हां, अगर विकेट नहीं मिलता है और बल्लेबाज टिक जाते हैं तो यह घातक साबित होता है।’
सिर्फ 17 वर्ष की उम्र में भारत के लिए टेस्ट डेब्यू करने वाले इस दिग्गज ने कहा, ‘हमारे सभी स्पिनर अच्छे हैं। उन्हें थोड़ा मांजने की जरूरत है।’ उन्होंने कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल की गेंदबाजी के बारे में कहा, ‘कुलदीप और युजवेंद्र चहल अच्छा कर रहे हैं। कुलदीप की गेंदबाजी के दौरान उनके शरीर का बैलेंस ठीक नहीं होता है। उसमें सुधार की जरूरत है। उनका शरीर सही जगह मूव नहीं करता है और न ही हाथ। अगर यह ठीक हो जाए तो उन्हें खेलने में बल्लेबाज को और भी मुश्किल आएगी।’ चहल की गेंदबाजी खामियों के बारे में उन्होंने कहा- कुछ ऐसा ही चहल के साथ है। वह गेंद को लेग और मिडल स्टंप पर डालते हैं। इसका सीधा मतलब है कि बल्लेबाज उन्हें आसानी से मिडविकेट पर शॉट खेल सकता है। इस सुधारने की जरूरत है।’ बता दें कि राजकोट टेस्ट में भारत ने वेस्ट इंडीज को पारी और 272 रनों से हराकर दो मैचों की सीरीज में 1-0 की अजेय बढ़त ले ली है। दूसरा मैच हैदराबाद में खेला जाना है।