मुंबई,6 सितंबर। एक इंटरव्यू में जावेद अख्तर ने तालिबान की तुलना आरएसएस, विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल से की है। उनके इस बयान पर सोशल मीडिया पर घमासान मच गया है। भाजपा नेता राम कदम ने कहा कि जब तक वह अपने बयान पर माफी नहीं मांगते हैं तब तक जावेद अख्तर और उनके परिवार से जुड़े सदस्यों की फिल्में देश में रिलीज नहीं होने दी जाएंगी। बीजेपी की यूथ विंग ने जावेद अख्तर के मुंबई स्थित घर के सामने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शनकारियों ने उनसे माफी की मांग की। जावेद अख्तर का बयान सामने आने के बाद राम कदम ने एक वीडियो मैसेज जारी कर कहा कि ‘जावेद अख्तर का यह बयान न केवल शर्मनाक है बल्कि संघ और विश्व हिंदू परिषद के करोड़ों पदाधिकारियों और दुनियाभर में उनकी विचारधारा का पालन करने वाले करोड़ों लोगों के लिए दर्दनाक और अपमानजनक है।‘ उन्होंने आगे कहा कि ‘ये टिप्पणी करने से पहले वह यह तो सोचते कि उसी संघ परिवार से जुड़े हुए लोग आज इस देश की राजगद्दी को चला रहे हैं। राजधर्म का पालन कर रहे हैं। अगर तालिबानी विचारधारा होती तो क्या वे इस प्रकार की बयानबाजी कर पाते? संघ और विश्व हिंदू परिषद के करोडों कार्यकर्ताओं से जब तक जावेद अख्तर हाथ जोड़कर माफी नही मांगते हैं, तब तक उनकी और उनके परिवार की कोई भी फिल्म रिलीज नहीं होने दी जाएगी।’
इससे पहले एक टीवी चैनल से बात करते हुए जावेद अख्तर ने कहा था कि ‘दुनियाभर में दक्षिणपंथी एक जैसी चीजें चाहते हैं।‘ उन्होंने कहा, ‘जैसे तालिबान एक इस्लामिक देश चाहता है वैसे ही ये लोग हैं जो हिंदू राष्ट्र चाहते हैं। ये लोग एक ही मानसिकता के हैं।‘ आगे वह कहते हैं, ‘बेशक तालिबान बर्बर है और उनकी हरकतें निंदनीय हैं लेकिन जो लोग आरएसएस, विहिप और बजरंग दल का समर्थन कर रहे हैं वे सभी एक जैसे हैं।”
गौरतलब है कि जावेद अख्तर अक्सर इस प्रकार की बयान बाजी करते रहे हैं। उनके बयानों पर विवाद भी होते रहे हैं। कुछ हिंदू संगठनों ने उन पर हिंदुओं को लक्षित कर नफरत फैलाने तथा एक वर्ग विशेष की विचारधारा को पोषित करने का आरोप लगाया है।
