विश्व की पहली नर्स फ्लोरेंस नाइटिंगेल के सम्मान में यह दिन मनाया जाता है, उनका जन्म इटली के फ़्लोरेंस में हुआ था। आज है उनका 200वां जन्मदिन; वे गणित और देता में जिनियस थीं और संक्रामक रोगों का डेटा जुटाना उन्ही की पहल का नतीजा है। उनकी मांग पर बनी जांच कमेटी ने पाया कि तुर्की में 18 हजार सैनिकों में से 16 हजार की मौत गंदगी और संक्रामक बीमारियों से हुई थी। फ्लोरेंस की कोशिशों से ही ब्रिटिश सेना में मेडिकल, सैनिटरी साइंस और सांख्यिकी के विभाग बने। अस्पतालों में साफ-सफाई का चलन इन्हीं की देन है। डब्ल्यू एच ओ के अध्यक्ष सहित विश्व के सभी नेताओं ने दुनियाँ की नर्सों को विश्व नर्सिंग दिवस की शुभकामनाएँ देते हुए उनके काम की सराहना की है।
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